भारत में पर्यटन और विदेशी मुद्रा आय: एक विस्तृत विश्लेषण
भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासतों, ऐतिहासिक स्मारकों, आध्यात्मिक स्थलों और विविध प्राकृतिक प्राकृतिकताओं के कारण पूरे विश्व को आकर्षित करता है। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय पर्यटन उद्योग ने विदेशी फिल्मों के आगमन और विदेशी मुद्रा आय (एफईई) के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। 'अतुल्य भारत 2.0' जैसी सरकारी पहलों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि
2022 में, भारत ने पर्यटन के माध्यम से ₹1.4 ट्रिलियन ($16.3 बिलियन) विदेशी आय अर्जित की, जो 2023 में ₹2.3 ट्रिलियन ($26.8 बिलियन) हो गई। यह लगभग 65% की ओलम्पिक रेट्स है। इस वृद्धि का श्रेय भारत की प्रबल वैश्विक उपस्थिति, बेहतर व्यूह रचना, डिजिटल मार्केटिंग अभियानों और थर्मल को आकर्षित करने के सरकारी प्रयास को दिया जा सकता है।
अतुल्य भारत 2.0: पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा परिवर्तनकारी कदम
'अतुल्य भारत' अभियान 2002 में शुरू हुआ था, लेकिन 'अतुल्य भारत 2.0' 2018 में अधिक फोकस और डिजिटल दृष्टिकोण के साथ पेश किया गया। इस अभियान का उद्देश्य भारत के विभिन्न पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना था। इस पहले के अंतर्गत:
डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया का उपयोग: भारतीय पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए फेसबुक, ट्विटर, मूल्यांकन और यूट्यूब जैसे विद्यार्थियों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया।
वर्चुअल टूर और 360 डिग्री दृश्य: वर्चुअल को ऑफ़लाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से भारत की संस्कृति और पर्यटन स्थलों का वर्चुअल अनुभव दिया गया।
विषय-आधारित अभियान: 'आध्यात्मिक भारत', 'विरासत भारत', 'वन्यजीव भारत' और 'साहसिक भारत' जैसे कलाकारों ने भारत की खोज के लिए विभिन्न रुचियों वाले ज्वालामुखी को आकर्षित किया।
पर्यटन के विकास में योगदान देने वाले कारक
1. बहुराष्ट्रीय रुचि और डिजिटल प्रचार:
डिजिटल मंच पर भारत के पर्यटन प्रोत्साहन ने वैश्विक दर्शकों के बीच अधिक जागरूकता और रुचि पैदा की। वर्चुअल टूर और वेबिनार ने वर्चुअल को ड्रू करने में मदद की।
2. सर्वोत्तम उत्कृष्ट एवं आधारभूत ढांचा:
हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि, और बेहतर सड़क और रेलवे नेटवर्क ने भारत की यात्रा को और अधिक बढ़ावा दिया है।
3. ई-वीज़ा सुविधा की शुरुआत:
भारत ने 160 से अधिक देशों के नागरिकों के लिए ई-वीज़ा की शुरुआत की, जिससे वीज़ा प्रक्रिया सरल और तेज़ हो गई।
4. स्वास्थ्य एवं कल्याण पर्यटन का विकास:
भारत योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के रूप में खोजा गया है। 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' जैसी पहली ने भारत के स्वास्थ्य पर्यटन की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है।
5. फिल्मी पर्यटन:
भारत में फिल्म शूटिंग के बढ़ते चलन में भारतीय संस्कृति और स्थानों का चित्रण किया गया, जिससे वैश्विक दर्शकों को इन स्थानों पर जाने के लिए प्रेरणा मिली।
विकास में योगदान देने वाले प्रमुख पर्यटन स्थल
कई भारतीय स्थलों ने विदेशी मुद्रा आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है:
आगरा (ताजमहल): भारत का सबसे प्रतिष्ठित स्मारक, जो लाखों विदेशी फूलों को आकर्षित करता है।
वाराणसी और हरिद्वार: अंतर्राष्ट्रीय दृश्य देखने वाले लोकप्रिय आध्यात्मिक और धार्मिक स्थल।
राजस्थान: जयपुर, यूके और जोधपुर जैसे शहरों ने विदेशी थिएटरों को राजपूत संस्कृति और स्थापत्य कला से परिचित संस्कृति से जोड़ा।
गोआ: अपने समुद्र तट और नाइटलाइफ़ के लिए प्रसिद्ध गोआ विदेशी फ़्लोरिडा के लिए पसंदीदा जगह बनाई गई है।
केरल (ईश्वर का अपना देश): आयुर्वेद, बैकवाटर्स और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध केरल ने स्वास्थ्य और कल्याण पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान
भारत के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन की अहम भूमिका है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) के, पर्यटन क्षेत्र ने 2023 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार लगभग 9.2% का योगदान दिया। इसके अतिरिक्त, लाखों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा हुए।
पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर
पर्यटन के विकास के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:
आतिथ्य एवं होटल क्षेत्र
टूर गाइड और व्यवसाय
हस्तशिल्प और स्मारक उद्योग
खाद्य एवं पेय उद्योग
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख सरकारी पहल
1. स्वदेश दर्शन योजना:
इस योजना का उद्देश्य पूरे देश में थीम आधारित पर्यटन सर्किट विकसित करना है।
2. प्रसाद योजना:
इस योजना का उद्देश्य तीर्थयात्रा और आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों का विकास करना था।
3. ई-वीज़ा और आगमन पर वीज़ा सेवाएं:
160 से अधिक देशों के लिए वीज़ा और ई-वीज़ा की सुविधाओं से भारत यात्रा करना आसान हो गया है।
4. डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी मास्टर:
डिजिटल इंडिया पहल ने ऑफ़लाइन, भुगतान और पर्यटन संबंधी जानकारी आसानी से उपलब्ध करा दी है।
चुनौतियाँ और भविष्य की सम्भावनाएँ
भारतीय पर्यटन क्षेत्र में अभी भी कुछ नवीनताओं का सामना हो रहा है:
पुरातात्विक स्थल का विकास: पुरातात्विक स्थल में निरंतर सुधार की आवश्यकता है।
सुरक्षा एवं स्वतंत्रता: इंटरनेट के लिए सुरक्षा एवं स्वतंत्रता मानक को सुनिश्चित करना ज़रूरी है।
सतत पर्यटन को बढ़ावा देना: अति-पर्यटन का प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण सुरक्षा के लिए इस क्षेत्र का पर्यवेक्षण विकास आवश्यक है।
भविष्य की रणनीतियाँ
स्मार्ट टूरिज्म: फ़्लोरिडा के अनुभव को बढ़ाने के लिए स्माल्ट, वैलेरी और वैलेरी फ़्लोरिडा का लाभ उठाया गया।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना: भारत के अन्य ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना।
पर्यटन पर्यटन: प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए पर्यावरण पर्यटन पर्यटन को लागू करना।
हाल के वर्षों में भारत के पर्यटन उद्योग में विदेशी मुद्रा का आगमन और विदेशी मुद्रा आय में उल्लेखनीय वृद्धि का आकलन किया गया है। 'अतुल्य भारत 2.0' जैसी तस्वीरें पहलों ने भारत की दुनिया को एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया है। निरंतर सुधार नवप्रवर्तन और दृष्टिकोण के साथ, भारत आने वाले वर्षों में वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
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