भारत में सोने और चांदी की कीमत अपडेट: 22 मार्च, 2025
सोने की कीमतों में गिरावट: 24 कैरेट और 18 कैरेट के दाम में गिरावट
22 मार्च 2025 को भारत में सोने की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई। यह गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत के कारण है।
आज 24 कैरेट सोने की कीमतें
1 ग्राम: ₹8,978 (कल ₹9,022) – ₹44 की गिरावट
8 ग्राम: ₹65,840 (कल ₹66,160) – ₹320 की गिरावट
10 ग्राम: ₹82,300 (कल ₹82,700) – ₹400 की गिरावट
100 ग्राम: ₹8,23,000 (कल ₹8,27,000) – ₹4,000 की गिरावट
18 कैरेट सोने की आज की कीमतें
1 ग्राम: ₹6,734 (कल ₹6,767) – ₹33 की गिरावट
8 ग्राम: ₹53,872 (कल ₹54,136) – ₹264 की गिरावट
10 ग्राम: ₹67,340 (कल ₹67,670) – ₹330 की गिरावट
100 ग्राम: ₹6,73,400 (कल ₹6,76,700) – ₹3,300 की गिरावट
गिरावट के पीछे कारण
सोने की कीमतों में गिरावट की वजह वैश्विक स्तर पर अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना और भारत में शादी के मौसम के खत्म होने के बाद घरेलू मांग में कमी आना है। इसके अलावा, निवेशकों ने अपना ध्यान इक्विटी बाजारों की ओर लगाया है, जिससे सोने में निवेश कम हो रहा है।
चांदी की कीमतों में भी गिरावट
औद्योगिक मांग में गिरावट और मजबूत डॉलर के कारण 22 मार्च 2025 को भारत में चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई।
आज चांदी के भाव
1 ग्राम: ₹101 (कल ₹103) – ₹2 की कमी
8 ग्राम: ₹808 (कल ₹824) – ₹16 की गिरावट
10 ग्राम: ₹1,010 (कल ₹1,030) – ₹20 की गिरावट
100 ग्राम: ₹10,100 (कल ₹10,300) – ₹200 की कमी
चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
1. औद्योगिक मांग में कमी: इलेक्ट्रॉनिक्स और औद्योगिक अनुप्रयोगों में चांदी की मांग में कमी आई है, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है।
2. मजबूत अमेरिकी डॉलर: चूंकि चांदी एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार की जाने वाली वस्तु है, इसलिए डॉलर के मजबूत होने से इसकी कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. वैश्विक अनिश्चितता: रूस-यूक्रेन संकट और मध्य पूर्व में संघर्ष जैसे भू-राजनीतिक तनावों ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प तलाशने के लिए प्रेरित किया है, जिससे उनका धन कीमती धातुओं से हट गया है।
प्रमुख भारतीय शहरों में सोने और चांदी की कीमतें
मुंबई
सोना: ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
दिल्ली
सोना: ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
कोलकाता
सोना: ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
बेंगलुरु
सोना: ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
हैदराबाद
सोना: ₹1,10,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
केरल
सोना: ₹1,10,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
पुणे
सोना: ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹10,100 प्रति 100 ग्राम
निवेश सलाह: क्या यह सोना और चांदी खरीदने का सही समय है?
क्या अब सोने में निवेश करने का अच्छा समय है?
भले ही सोने की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन लंबी अवधि के निवेशक इसे एक अवसर के रूप में देख सकते हैं। अक्षय तृतीया जैसे त्यौहारों और अन्य आगामी आयोजनों के साथ, मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
चांदी में निवेश की भविष्य की संभावनाएं
चांदी के निवेशकों को अभी धैर्य रखना चाहिए। औद्योगिक मांग बढ़ने के साथ ही चांदी की कीमतों में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। लंबे समय में, इलेक्ट्रिक वाहनों और सौर ऊर्जा की बढ़ती मांग से चांदी की खपत बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतें बढ़ेंगी।
विशेषज्ञ की राय
वित्तीय विश्लेषकों का सुझाव है कि सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट अस्थायी हो सकती है। वैश्विक आर्थिक स्थिरता 2025 के मध्य तक वापस आने की उम्मीद है, जिससे कीमती धातुओं में नए सिरे से रुचि पैदा हो सकती है। इसके अतिरिक्त, भारत के आगामी चुनाव बाजार में अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं, जिसका असर अल्पावधि में सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ सकता है।
सोने और चांदी के लिए निवेश रणनीतियाँ
1. घरेलू निवेशकों के लिए:
सोने में निवेश करने के इच्छुक भारतीय निवेशकों को मौजूदा गिरावट का फ़ायदा उठाना चाहिए। आगामी त्यौहारी सीज़न के साथ, सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे संभावित कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
2. दीर्घकालिक चांदी निवेश:
चांदी निवेशकों को औद्योगिक मांग में उछाल आने का इंतजार करना चाहिए, जो 2025 के अंत तक होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतें अगले 6-8 महीनों में महत्वपूर्ण रिटर्न दे सकती हैं।
निष्कर्ष
22 मार्च 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई। हालांकि, लंबे समय में यह गिरावट समझदार निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर पेश कर सकती है।
जैसे-जैसे मांग बढ़ती है, वैश्विक बाजार की स्थिति स्थिर होती है और डॉलर कमजोर होता है, सोने और चांदी की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है। निवेशकों को बाजार के रुझानों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए और भविष्य में कीमतों में बढ़ोतरी का लाभ उठाना चाहिए।
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